१. वक़्त के थपेड़े इतने सहे हैं हमने ,ऐतबार के मायने ही भुला दिए थे हमने ।
अब जो दामन हमारा थामा है आपने,मझधार में न छोड़ोगे दिखा दो ये सपने ।
२. गम देते हैं वो फिर खुशियां देना चाहते हैं , आँखों के अश्कों को सहारा देना चाहते है ।
जाने है कैसा उनका प्यार क्या बताना चाहते हैं ,हर पल वो जमाने के सामने रुसवा करना चाहते हैं ॥
३. लव अल्फाजों को बयां करते इससे पहले आंसुओं ने कह दिया ,
दिल का हाल हम सुनाएं इससे पहले धड़कनों ने कह दिया ।
उनके अंदाज को समझे बिना ,चाहत अपनी बयां कर दिया ।
क्या गुनाह हमारा था, जो दिल हमारा यूँ तोड़ दिया ॥
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